नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची टेस्ट से ठीक एक दिन पहले झारखंड के स्पिनर शाहबाज नदीम ने अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। शाहबाज नदीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपने पहले टेस्ट में चार विकेट भी चटकाए, मगर अब बांग्लादेश के खिलाफ चुनी गई टेस्ट टीम में शाहबाज नदीम को जगह नहीं दी गई है। वो भी तब जबकि रवि शास्त्री ने जमकर शाहबाज नदीम की शान में कसीदे पढ़े थे। रवि शास्त्री ने कहा था, ‘शाहबाज नदीम ने अपने प्रदर्शन से बेहद प्रभावित किया है। जब उन्होंने अपना पहला विकेट लिया, तो मैंने कहा कि अगर बिशन सिंह बेदी उन्हें देख रहे होते तो कहते, चीयर्स यंग मैन।’ मैदान के बाहर से उनकी गेंदबाजी देखना अद्भुत है।
शाहबाज नदीम को यहां तक पहुंचने के लिए 420 से ज्यादा विकेटों का फासला तय करना पड़ा। चार विकेट लेना ऐसा प्रदर्शन है जो शुरुआत के लिहाज से बेहतरीन है। 15 साल पहले शाहबाज नदीम के पिता ने दोनों बेटो असद इकबाल और शाहबाज नदीम को साफ कहा था कि दोनों भाइयों में से कोई एक ही क्रिकेट में करियर बना सकता है। उन्हें लगता था कि बिहार जैसे राज्य से आने के कारण वह क्रिकेट में कुछ बड़ा नहीं कर पाएंगे, हालांकि इकबाल ने नदीम को क्रिकेट में आगे बढ़ने का मौका देते हुए खेलना छोड़ दिया। शाहबाज नदीम ने 30 साल से ज्यादा की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया है जबकि वह पिछले 15 साल से घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं।