स्टॉकहोम। रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा है कि अब ट्रेनें भी वाईफाई से लैस होंगी। केंद्र सरकार ट्रेन में यात्रियों को वाईफाई सेवा उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। अगले चार से साढ़े चार साल के भीतर यह सुविधा यात्रियों को मिलनी शुरू हो जाएगी। पीयूष गोयल अपनी स्वीडन यात्रा के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में यह जानकारी दी।
रेल मंत्री ने बताया कि मौजूदा वक्त में WiFi service भारत के 5150 रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध है और अगले साल के अंत तक सरकार 6500 स्टेशनों पर वाईफाई सेवा उपलब्ध कराने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि जहां तक दौड़ती ट्रेनों के भीतर वाईफाई सेवा उपलब्ध कराने की बात है तो यह एक जटिल तकनीकी मसला है। इसके लिए निवेश की आवश्यकता होगी और ज्यादा टावर लगाने होंगे। यही नहीं ट्रेनों में भी उपकरण लगाने होंगे। इस काम के लिए विदेशी तकनीक और निवेश दोनों की आवश्यकता होगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह तकनीक सुरक्षा के लिहाज से बेहद मददगार साबित होगी क्योंकि इससे हम हर डिब्बों में सीसीटीवी कैमरा लगा सकते हैं। इन कैमरों की लाइव फीडिंग सीधे पुलिस थानों में होगी जिससे ट्रेन के भीतर की जानकारी पुलिस को होगी। अगले चार से साढ़े चार साल के भीतर ट्रेनों में वाईफाई सुविधा के लिए सिग्नल सिस्टम तेज होंगे। गोयल ने बताया कि सरकार निवेशकों के साथ रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना पर काम कर रही है। एनबीसीसी (NBCC) 12 से 13 स्टेशनों को आधुनिक बनाने पर काम कर रही है।
रेल मंत्री ने बताया कि इन इस्टेशनों पर हाउसिंग के लिए कॉम्प्लेक्स, कमर्शियल गतिविधयां, शॉपिंग मॉल्स का भी निर्माण कराया जा रहा है। इनका निर्माण क्रॉस सब्सिडी मॉडल के आधार पर किया जा रहा है। इस मॉडल की सफलता के बाद इसको पूरे देश में लागू किया जाएगा। रेल मंत्री ने बताया कि रेलवे अगले चार से पांच साल के भीतर 100 फीसद इलेक्ट्रिक हो जाएगी। रेलवे की जमीनों पर इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने की योजना पर भी काम हो रहा है।