नगापुर। RSS Path Sanchalan March, दशहरा के मौके पर, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार, 8 अक्टूबर को महाराष्ट्र के नागपुर में ‘आरएसएस-पथ संचलन मार्च’ में शामिल हुए। भागवत आज इस अवसर पर शस्त्र पूजन के बाद स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। यह कार्यक्रम संघ मुख्यालय रेशम बाग मैदान में हो रहा है। आज संघ की स्थापना के 94 वर्ष पूरे हो गए। विजयादशमी पर संघ प्रमुख के संबोधन का स्वयंसेवकों के साथ-साथ समाज, देश-दुनिया के राजनेताओं की भी नजर टिकी होती है। इस संबोधन में अगले एक वर्ष के कामकाज की रूपरेखा और विजन का खाका तैयार होता है।
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए एचसीएल के अध्यक्ष व संस्थापक शिव नाडर पहुंच गए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी मौजूद हैं।
भागवात अपने भाषण में राम मंदिर के मुद्दे को प्रमुखता से उठा सकते हैं, क्योंकि यह संघ के लंबित प्रमुख मुद्दों में से एक है। इसके अलावा जनसंख्या विस्फोट और पर्यावरण संरक्षण भी इसमें शामिल हो सकता है।
पीएम मोदी ने दोनों मुद्दों को प्रमुखता से उठाया
इस वर्ष के लाल किला के प्राचिर से स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जनसंख्या विस्फोट पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए नई चुनौतियां पेश करेगी। पीएम ने विभिन्न अवसरों पर राष्ट्र से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करने की अपील की है। इस दौरान उन्होंने सौर ऊर्जा के इस्तेमाल और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक की बात कही है।
संघ कैडर का लक्ष्य सत्ता या शक्ति हासिल करने का नहीं
श्री भागवत संघ और उसके सहयोगियों के बीच समन्वय पर भी अपनी बात रख सकते हैं दोहरा सकते हैं। जिसमें भाजपा भी शामिल है। इस दौरान वे उन सामाजिक कारणों के बारे में उल्लेख करेंगे जो संघ और उसके सहयोगियों ने किए हैं और उनकी भविष्य की योजनाएं हैं और वह स्वयंसंघों को यह भी बताएंगे कि लोगों की सेवा कैसे करनी है और संघ कैडर का लक्ष्य सत्ता या शक्ति हासिल करने के लिए नहीं होनी चाहिए। ।